हिंदी साहित्य में व्यंग्य को केंद्र में लाने और व्यापकता प्रदान करने में हरिशंकर परसाई का महत्वपूर्ण योगदान है। उनकी पुण्यतिथि 11 अगस्त पर श्रद्धांजलि स्वरूप उनके दो व्यंग्य- मुण्डन और प्रेमियों की वापसी।
हिन्दी ब्लाँग जगत के लिये ब्लाँग संकलक चिट्ठाप्रहरी को शुरु कर दिया गया है । आप अपने ब्लाँग को चिट्ठाप्रहरी मे जोङकर एक सच्चे प्रहरी बनेँ , कृपया यहाँ एक चटका लगाकर देखेँ>>
अच्छी प्रस्तुती के लिये आपका आभार
ReplyDeleteखुशखबरी
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