पेटा के इस तरह के प्रदर्शनों से जानवरों का क्या भला हुआ है कभी पता ही नही चलता है। अक्सर मीडिया मे इस तरह की तस्वीरे आती रहती है। मुझे लगता है की यह यूरोप और अमेरिका जैसे देशो मे मात्र प्रसिधी पाने तरीका है। विश्व स्तर के सम्मेलनों के समय यह फैसन सा हो गया है की कुछ लोग नंगे हो कर प्रदर्शन करते है और कहते है की जानवरों की खाल पहने से अच्हा है की नंगे रहे।
होलिवूड की तमाम नायिकयो से लेकर बोलीवुड की आईटम गर्ल तक पेटा के लिए फोटो खिचवा चुकी है.उन तस्वीरों से कितने जानवरों की जिन्दगी बची है इसका कोई डाटा आज तक न तो कही पढ़ा न सुना.हा एक बात जरुर होती है की इस तरह के कामो को मीडिया मे खूब जगह मिलती है .और शायद यही कारण है की जानवरों से प्यार दिखाने का सबसे सरल तरीका यही है।
पेटा के प्रदर्शनों से कितने जानवरों का भला हुआ अगर आप के पास कई डाटा तो कृपया मुझे bhejne का कष्ट करे।
mahesh
बाकि सब तो दूर की बातें हैं कितने पेटा सदस्य अब तक मांस खाना छोड़ चुके हैं, इसी का डेटा मिल जाए तो बड़ी बात होगी.
ReplyDeleteIts good to see that you ppl think and write ...........
ReplyDeleteKeep it up Mahesh ...this shows ur love towards cavssanchar !
Also inspire ur other batchmates to post on blog