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Tuesday, April 14, 2009

मंदी का दौर...

दौर-ऐ-मंदी तुझसे हम इस तरह डरने लगे
नौकरी को आए थे , इन्टर्न शिप करने लगे

कवि हिम

1 comment:

  1. sir chinta mat kijiye kuch samay ke baad sthiti sahi ho jayegi.....aur aapko job bhee mil jayegi..

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