मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहे हैं सियासी मशक्कत भी अपने शबाब पर जा रही है । केन्द्र में भाजपा की सरकार बने इसके लिए पार्टी पूरे जी जान से जुटी हुई है । भाजपा महिला मोर्चा तो वोटरों को रिझाने के अपने अद्भुत फोर्मुले का इस्तेमाल कर रही है । महिला मोर्चा का टारगेट हैं महिला मतदाता और उन्हें मानाने के लिए भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ता घर-घर की रसोई में जा कर वहां की महिलाओं से भाजपा के अपील कर रही हैं । हालिया विधान सभा चुनावों में भी भाजपा महिला मोर्चा ने यही फार्मूला अपनाया था जिसे सफलता भी मिली थी ।
अपनी विपक्षी पार्टी के महिला मोर्चे की अपेक्षा भाजपा का मोर्चा कुछ ज्यादा ही आक्रामक नज़र आ रहा है , घर घर की महिलाओं से सीधा संवाद स्थापित करने की पूरी कोशिश की जा रही है वो भी आर्थिक नीति या आतंकवाद जैसे मुद्दों पर नही बल्कि घरेलु समस्याओं से जुड़े मुद्दों पर । भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह कहती हैं -"पुरुषों के लिए अक्सर महिलाओं के बीच प्रचार करना काफ़ी असहज होता है इसलिए हम स्थानीय महिलाओं को महिलाओं के बीच प्रचार के लिए भेज रहे हैं । लोकसभा चुनावों में अपनी जीत के प्रति आश्वस्त दिख रही सीमा ने बताया की हमने प्रत्येक पोलिंग बूथ के लिए पाँच-पाँच महिलाओं का समूह बनाया है जो हर दिन दो से तीन घंटे घर घर जा कर महिलाओं से व्यक्तिगत रूप से बात करता है । ऐसी व्यवस्था प्रदेश की सभी २३० विधानसभा क्षेत्रों में की गई है ।
गौर तलब है की पिछले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा महिला मोर्चा ने ऐसी ही मुहीम छेडी थी और उसका कहना है की इसी कारण हमें महिलाओं से घुलने मिलने में कोई समस्या नही हो रही । पार्टी का उद्देश्य महिलाओं को जागरूक करना है उनके लिए वो सिर्फ़ वोट बैंक नही हैं । महिला मोर्चा कार्य करता इस बात को भी कह रहे हैं की झुग्गी जैसे आवासों में बहुत खास मतदाता रहते हैं और मोर्चा इन्हे भी छोड़ना नही चाहता। बी पी एल कार्ड, शौचालय आदि यहाँ मुख्या समस्यायें हैं जिनके लिए मोर्चा काम कर रहा है । मोर्चा भले ही झुग्गी मतदाताओं की फिक्र की बात कर रहा हो लेकिन इसी क्रम का एक पहलू ये भी है की भोपाल की ही कुछ झुग्गियों में सियासी दलों को लेकर बेहद आक्रोश है और इनमे से कुछ ने तो अपना घोषणा पत्र तक बना रखा है ।
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