एक क्लिक यहां भी...

Tuesday, March 30, 2010

ये दूरियां

अमिताभ बच्चन और गांधी परिवार के बारे मे मैने पहले भी लिखा है लेकिन हमे लगता है कि जिस तरह से अमिताभ बच्चन को अपमानित होना पड़ा है उससे तो यह लगता है कि अभी और बहुत कुछ लिखा जाना बाकी है क्योकि सवाल देश के उस महान कलाकार का है जिसे करोड़ो लोग अपना भगवान या रोल माडल बनते है जिसकी कलाकारी और हुनर को पूरी दुनिया सलाम करती है. कहा जाता है कि अमिताभ कभी लाइन मे खड़े नही होते है बल्कि जहां वे खड़े होते है वही नयी लाइन खीच जाती है. सबसे पहले अगर कोई व्यक्ति गुजरात का ब्रांड एम्बेस्डर बनता है तो कांग्रेस को कोई तनाव नही होना चाहिए क्योकि ना तो गुजरात कांग्रेस के इशारे पर चल सकता है ना तो अमिताभ कांग्रेस की छड़ी पर चल सकते है . वजह मै नही बताउंगा. अगर मोदी ने यह प्रतिक्रिया दी थी कि गुजरात की घटना न्यूटन के सिद्धांत के आधार पर घटी थी तो 1984 मै तात्कालीन प्रधानमंत्री ने इंदिरा जी के शहादत के बाद राजीव गांधी ने कहा था कि जब बड़ा पेंड़ गिरता है तो धरती कांपती है हालांकि मै इस बारे मे कभी आगे लिखूंगा.. चलिए कांग्रेस को अमिताभ से ही नाराजगी थी तो अब इस नाराजगी का निशाना बेचारा अभिषेक बच्चन को क्यो बनाया जा रहा है . कांग्रेस की यह हरकत पाकिस्तान की तरह लगती है जिस तरह पाकिस्तान के हरेक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भारत के साथ शत्रुता निभाना अपना फर्ज समझते है और इनके इस नादानी का शिकार भारत देश की जनता को भुगतना पड़ता है ठीक उसी तरह कांग्रेस अमिताभ से अपनी नाराजगी का बदला अभिषेक बच्चन से लेगी. हालिया विवाद दिल्ली मे आयोजित अर्थ आवर अभियान को लेकर है. राजधानी दिल्ली मे अर्थ आवर अभियान शुरू होने से पहले अभिषेक बच्चन का आडियो विजुअल हटा लिया गया. अभिषेक बच्चन वलर्ड वाइल्डलाइफ फाउंडेसन के ब्रांड एम्बेस्डर है इसलिए उनकी वीडियो क्लिपिंग को किसी भी पूर्वाग्रह को दिखाया जाना चाहिए था. लेकिन अब दिल्ली की सरकार ने ऐसा क्यो किया शायद इसका जवाब शीला दीक्षित ही दे सकती है ... मै मानता हूं कि कलाकार केवल कलाकार होता है और अमिताभ जैसे कलाकार का अपमान बंद होना चाहिए. जहां तक ब्रांड अमित जी के गुजरात का ब्रांड एम्बेस्डर बनने का सवाल है तो मेरी गुजारिश को अमिताभ जी ने कदम उठाया है अब इससे उन्हे वापस नही लेना चाहिए .देश की जनता अमित जी के साथ हैं

1 comment:

  1. बिल्कुल जी..साथ में हैं. अभिषेक को अर्थ ऑवर में न दिखाकर छोटी मानसिकता का परिचय दिया है.

    ReplyDelete

गूगल बाबा का वरदान - हिन्दी टंकण औजार

ब्लॉग एक खोज ....