एक क्लिक यहां भी...

Wednesday, December 31, 2008

नया साल मंगलमय हो !

वर्ष नव,
हर्ष नव,
जीवन उत्कर्ष नव।
नव उमंग,
नव तरंग,
जीवन का नव प्रसंग।
नवल चाह,
नवल राह,
जीवन का नव प्रवाह।
गीत नवल,
प्रीत नवल,
जीवन की रीत नवल,

जीवन की नीतनवल,
जीवन की जीत नवल

2 comments:

  1. नया साल आए बन के उजाला
    खुल जाए आपकी किस्मत का ताला|
    चाँद तारे भी आप पर ही रौशनी डाले
    हमेशा आप पे रहे मेहरबान उपरवाला ||

    नूतन वर्ष मंगलमय हो |

    ReplyDelete
  2. you should give crdit to me bachhan for this poem dear

    ReplyDelete

गूगल बाबा का वरदान - हिन्दी टंकण औजार

ब्लॉग एक खोज ....