कुछ लोगो की बात निकलती है तो पाकिस्तान और आई एस आई तक ही जाती है....
हमारे दिव्य,यशस्वी हिंदु धर्म की ऊदारता को ऊसकी कमजोरी मानने वाले या तो मूर्ख है या मूर्ख होने का ड्रामा कर रहे है.....
हालाकी ऐसी धूर्तता और मूर्खता वे हमेशा करते रहते है.... डजन्ट मैटर....
जहां 12 बीवीयां 20 बच्चे होते हो.....जहां ससुर अपनी बहु के साथ बलात्कार कर देता हो....जहां सबसे आसानी से तलाक हो जाता हो....जहां बच्चो को मदरसो मे बम बनाना और आतंक फैलाना सिखाया जाता हो.....मुझे नही लगता की इससे मजबूत धर्म कोई और होगा....
हमारे धर्म के गरीब परिवार के बच्चो को पालने और पढाने के लिए ISI और PAK
से पैसा नही आ रहा है...इन लोगो का ऐसा कोई माई बाप नही है.......यही कारण है की कुछ लोग बहक गए है....और हमे पूरी आशा है की वो जल्दी घर लौटेंगे....
और रही बात मानसिकता की तो हमारी मानसिकता स्पष्ट है और सबके सामने है....
कर्मभूमी और जन्म भूमी पर हर राश्ट्रवादी व्यक्ती को गर्व होना चाहिए....
अब मनमोहन सिंह की जन्म भूमी पाकिस्तान है और कर्मभूमी भारत है तो वे पाकिस्तान के कसीदे गढने लगे.....
कौन समझाए ऐसे बुद्धुजीवीयो को.................
कूटनीती तो हर सफल पत्रकार का गुंण है....चाणक्य की कूटनीतीयो ने एक साधारण व्यक्ती को सम्राट बना दिया....
हम तो अभी साधारण बनने की कोशिश कर रहे है........
प्रभु सदबुद्धी दे.........
जय भारत...जय छत्तीसगढ......नवीन सिंह......
परम आदरणीय नवीन जी,
ReplyDeleteमैं पहले भी स्पष्ट कर चुका हूँ की यह ब्लॉग किसी धर्म विशेष का मंच नहीं है....... मुझे लगता नहीं है की मुझे बार बार यह लिखने की ज़रूरत है !
कृपया समझने का प्रयास करें और
हाँ एक बात है कि आप काफ़ी अच्छा लिखने लगे हैं....
कुछ और विषयों पर भी लिखें सम्पूर्ण पत्रकार बने या फिर पांचजन्य की नौकरी की तैयारी में है ?